Friday, August 7, 2015

हुआ बेसबर तूँ जिसकी तलाश में....
उसके हर लम्हा तूँ पास है...
मंदिर-मस्जिद मे न मिलेगा तुझे......
वो तो बस एक "एहसास" है....

Acct- ........(IBN)
०९/०६/२०१५  "इंदर" @ मेरे_अल्फ़ाज़_इंदर


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