Sunday, October 29, 2023

सुन ले तो अच्छा है दोबारा पुकार नहीं सकता
मैं, मजबूर हूँ आदत से  रट्टा  मार नहीं सकता

हाँ लाज़मी है हमसफर का सफर में होना,किन्तु
ऐसा नहीं है कि मैं सफ़र तन्हा गुजार नहीं सकता

© इंदर भोले नाथ
बागी बलिया उत्तर प्रदेश