वो शख्स जो तुम्हें इस क़दर चाहता है तुम्हारे दिल में थोड़ी बसर चाहता है, जो दुनिया भुला बैठा हो "तेरे वास्ते" तेरे खयालों में अपनी असर चाहता है... ...इंंदर भोले नाथ
जिंदगी लुटा दी हमने तुम पर और....प्यार की किमत क्या होगी फना हुए चाहत में तेरी और.....यार की किमत क्या होगी बरसें पतझड़ में बादल बनके और...बहार की किमत क्या होगी है बसर अब भी तेरी यादों में और...एतबार की किमत क्या होगी उम्र गुजरी इक आस में और...इंतजार की किमत क्या होगी जिंदगी लुटा दी हमने उस पर और......प्यार की किमत क्या होगी