Tuesday, February 19, 2019

गज़ल

तुझे कोई इतना चाहे इस जमाने में नहीं होगा
मेरा दिल था मेरा दिल है मेरा दिल ही रहेगा सदा

मेरे ख्वाहिश मेरे अरमाँ हुए फना जिस पे वो
कातिल था वो कातिल है वो कातिल ही रहेगा सदा

वो मौजों की रवानी है वो दरियाँ की तूफानी है
मैं साहिल था मैं साहिल हूं मैं साहिल ही रहूंगा सदा

अधूरा इश्क़ ने ही हमको काबिल बना डाला वो
जाहिल था वो जाहिल है वो जाहिल ही रहेगा सदा

........ इंदर भोले नाथ