तुफां ने ली जो अंगड़ाई
खत्म हर शाख हो गयें,
परिन्दे उड़ गएं शायद
घर बर्बाद हो गयें…!!
…इंदर भोले नाथ…
खत्म हर शाख हो गयें,
परिन्दे उड़ गएं शायद
घर बर्बाद हो गयें…!!