Thursday, April 4, 2019

गज़ल (ज़िंदगी ला-जवाब लिखा है...

गज़ल

तेरे कूचे से गुजर के हमने,
ज़िंदगी ला-जवाब लिखा है...

हर इक पल गुजारा सदियों में,
ज़िंदगी  बे-हिसाब लिखा है....

दिल में है लाखों हसरतें तो,
आंखों में कई खाब लिखा है...

ऐ जिंदगी आज कल हमने,
तेरा नाम मा-हताब लिखा है...