Sunday, April 24, 2016

खूबसूरत और पाक...

खूबसूरत और पाक है ये मोहब्बत
दो जिस्म इक जां है ये मोहब्बत
मुकम्मल हो जाती है,ज़िंदगी इसमे
दिल की चाहत,रूह की प्यास है ये
मोहब्बत……
…इंदर भोले नाथ…
http://merealfaazinder.blogspot.in/