चंद सांस लिये इक आस लिये
कुछ यादें अपने पास लिये
गम ए इश्क़ का सौगात लिये
इन आंखों में कई रात लिये
कुछ अनकहे जज्बात लिये
गर्दिश वाली हालात लिये
तेरे शहर से अब गुजरते हैं
हम अश्कों की बरसात लिये
... इंदर भोले नाथ
कुछ यादें अपने पास लिये
गम ए इश्क़ का सौगात लिये
इन आंखों में कई रात लिये
कुछ अनकहे जज्बात लिये
गर्दिश वाली हालात लिये
तेरे शहर से अब गुजरते हैं
हम अश्कों की बरसात लिये
... इंदर भोले नाथ