क्या तड़प दिखाउं मैं तुम्हे
तन्हा स्याह रातों का
यूँ बेवज़ह हर घड़ी आना
मुसलसल तेरी यादों का
इक वादा रोज करते हैं
ये सिलसिला मिटाने को
पर अक्सर टुट जाते हैं
ये वादे हैं महज़ बातों का
#इंदरभोलेनाथ
@InderBhole
तन्हा स्याह रातों का
यूँ बेवज़ह हर घड़ी आना
मुसलसल तेरी यादों का
इक वादा रोज करते हैं
ये सिलसिला मिटाने को
पर अक्सर टुट जाते हैं
ये वादे हैं महज़ बातों का
#इंदरभोलेनाथ
@InderBhole
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