राह ए मोहब्बत में कभी ये मकाम न आये
मौत आये पर अश्क़ों का जाम न आये
गवारा है कि मेरे हिस्से कोई इनाम न आये
बदनाम ही सही पर हस्ती गुमनाम न आये
मौत आये पर अश्क़ों का जाम न आये
दर्द से निजात का कोई एहतमाम न आये
है दर्द में सुकून कि अब आराम न आये
मौत आये पर अश्क़ों का जाम न आये
रहूं बेकार ही सही किरदार गुलाम न आये
जिंदगी खैरात पे बसर हो वो अंजाम न आये
मौत आये पर अश्क़ों का जाम न आये
बेवफा,संगदिल,बेमुरव्वत तेरा नाम न आये
की दुआ है यही तेरे सर कोई इल्जाम न आये
मौत आये पर अश्क़ों का जाम न आये
... इंदर भोले नाथ
मौत आये पर अश्क़ों का जाम न आये
गवारा है कि मेरे हिस्से कोई इनाम न आये
बदनाम ही सही पर हस्ती गुमनाम न आये
मौत आये पर अश्क़ों का जाम न आये
दर्द से निजात का कोई एहतमाम न आये
है दर्द में सुकून कि अब आराम न आये
मौत आये पर अश्क़ों का जाम न आये
रहूं बेकार ही सही किरदार गुलाम न आये
जिंदगी खैरात पे बसर हो वो अंजाम न आये
मौत आये पर अश्क़ों का जाम न आये
बेवफा,संगदिल,बेमुरव्वत तेरा नाम न आये
की दुआ है यही तेरे सर कोई इल्जाम न आये
मौत आये पर अश्क़ों का जाम न आये
... इंदर भोले नाथ
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