Saturday, August 8, 2015

ये फ़िज़ा उनके हुस्न की बयाँ दे रही है..!
ये हवा उनके होने की गवाह दे रही है...!!
              सदियों से प्यासी आँखों की इलतज़ा कह रही है...!
  मेरी वफ़ा उनके आने की सदा दे रही है...!!

Acct- (IBN)


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